मैं कोई अख़बार नहीं जो रोज़ बदल जाऊं.!

!! तेरे ही किस्से तेरी ही कहानियाँ मिलेंगी मुझमें...!

मैं कोई अख़बार नहीं जो रोज़ बदल जाऊं...!!